Gold price today in Hindi
आज सोने के भाव और निवेश से जुड़ी पूरी जानकारी
क्या आप जानना चाहते हैं कि आज सोने का रेट कितना है? 14 जून 2025 को भारत में सोने की कीमत में फिर से हलचल देखी गई है, जहाँ 24 कैरेट सोना ₹73,800 प्रति 10 ग्राम तक पहुँच चुका है और 22 कैरेट सोना ₹67,600 के करीब बिक रहा है, वहीं चाँदी ₹91,200 प्रति किलोग्राम के आसपास है, जो दर्शाता है कि निवेशकों के लिए यह एक गंभीर सोचने का समय हो सकता है क्योंकि कीमतें लगातार ऊपर-नीचे हो रही हैं।
क्या आपको समझ नहीं आ रहा कि 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने में क्या फर्क होता है? 24 कैरेट सोना लगभग 99.9% शुद्ध होता है लेकिन यह इतना मुलायम होता है कि इसे गहनों में नहीं ढाला जा सकता, वहीं 22 कैरेट सोना लगभग 91.6% शुद्ध होता है और इसका इस्तेमाल शादी-ब्याह के जेवर बनाने में सबसे ज्यादा होता है क्योंकि यह टिकाऊ भी होता है और दिखने में भी आकर्षक।
क्या आप यह सोचते हैं कि रोज़ाना सोने के भाव क्यों बदलते हैं? इसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार है जहाँ डॉलर की मजबूती, वैश्विक राजनीतिक तनाव, ब्याज दरों में बदलाव और क्रूड ऑयल की कीमत जैसे कई फैक्टर मिलकर रोज़ का रेट तय करते हैं, इसके अलावा भारत में त्योहारों और शादी के सीजन में डिमांड अचानक बढ़ जाती है जिससे लोकल मार्केट में सोने का रेट तुरंत चढ़ जाता है।
क्या अब सोना खरीदना फायदेमंद रहेगा? अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं तो विशेषज्ञों का मानना है कि अभी सोने की कीमतें भले ही ऊँची लग रही हों लेकिन 2025 के अंत तक ₹76,000 और 2026 में ₹80,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुँचने की संभावनाएं हैं, ऐसे में अभी खरीदकर 1–2 साल में अच्छा रिटर्न पाया जा सकता है, जबकि शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के लिए यह समय थोड़ा रिस्की हो सकता है।
क्या आप डिजिटल गोल्ड या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना चाहते हैं? डिजिटल गोल्ड एक ऑनलाइन फॉर्मेट है जिसे आप ₹1 से भी खरीद सकते हैं और यह लॉकर, चोरी या नकलीपन जैसी समस्याओं से बचाता है, जबकि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी योजना है जहाँ 8 साल की मैच्योरिटी पर टैक्स-फ्री ब्याज के साथ गोल्ड के बढ़े भाव का पूरा फायदा मिलता है, और इसे आप स्टॉक मार्केट जैसे प्लेटफॉर्म पर भी बेच सकते हैं।
क्या आप जानना चाहते हैं कि सोने की बिक्री पर कितना टैक्स लगता है? फिजिकल गोल्ड पर 3% GST देना पड़ता है और जब आप उसे बेचते हैं तो उस पर कैपिटल गेन टैक्स लगता है, अगर आपने उसे तीन साल से ज़्यादा समय तक रखा है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स और उससे कम समय पर शॉर्ट टर्म टैक्स लागू होता है, जबकि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर अगर आप उसे मैच्योरिटी तक होल्ड करते हैं तो कोई टैक्स नहीं देना होता।
क्या आपको लगता है कि शादी से पहले सोना खरीद लेना बेहतर होगा? हाँ, क्योंकि शादी के सीजन में सोने की डिमांड अचानक बहुत बढ़ जाती है और ज्वेलर्स मेकिंग चार्ज भी ज्यादा लेने लगते हैं, अगर आप पहले से योजना बनाकर अभी खरीदते हैं तो भाव कम रहते हैं और आप अपना बजट बचा सकते हैं, साथ ही आप डिजिटल या फिजिकल दोनों तरीके से इसे सुरक्षित रख सकते हैं।
क्या आपने कभी सोचा है कि भारत का गोल्ड रिज़र्व कहाँ रखा जाता है? भारत सरकार का गोल्ड रिजर्व लगभग 800 टन से भी ज़्यादा है, जिसमें से कुछ मुंबई और नागपुर के आरबीआई लॉकरों में रखा गया है और कुछ गोल्ड लंदन के बैंक ऑफ इंग्लैंड में जमा है, इससे न केवल करेंसी को स्थिरता मिलती है बल्कि वैश्विक संकट के समय भारत की आर्थिक ताकत भी सुरक्षित रहती है।
क्या आपको पता है कि भारत में सबसे ज़्यादा सोना किसके पास है? आम जनता यानी हम-आप जैसे लोग मिलाकर लगभग 25,000 टन से भी अधिक सोना रखते हैं जो दुनिया का सबसे बड़ा प्राइवेट होल्डिंग है, इसके बाद देश के प्रसिद्ध मंदिर जैसे पद्मनाभस्वामी मंदिर, तिरुपति बालाजी और श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर के पास भी हज़ारों करोड़ के सोने का भंडार है जो सदियों से लोगों की आस्था और भेंट का प्रतीक है।
क्या गोल्ड का भविष्य सुरक्षित है? ग्लोबल रिसर्च रिपोर्ट्स और इतिहास दोनों यही बताते हैं कि चाहे शेयर मार्केट गिर जाए, क्रिप्टो क्रैश हो जाए या करेंसी की वैल्यू डगमगाए — गोल्ड हमेशा एक स्थिर और सेफ हेवन एसेट रहा है और यही वजह है कि सभी सदी के निवेशक आज भी पोर्टफोलियो में गोल्ड को 10% तक ज़रूर शामिल करते हैं ताकि आर्थिक अनिश्चितताओं में सुरक्षा बनी रहे।
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